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बुद्ध ही गुरु है

TPSG

Saturday, August 7, 2021, 03:39 PM
Buddha

बुद्ध ही गुरु है और इसी दिन नाग वंशीय 5 लोगो को भिक्खु संघ की दीक्षा बुद्ध ने दी थी इसलिए यह आज दुनिया के लिए गुरु पूर्णिमा है।

वज्रयान पुलुपाल इस नेपाली ग्रंथ में त्रिरत्नो को ही यानी बुद्ध,धम्म,संघ को ही गुरु कहा है और उसमें यह वर्णन है

“गुरुबुद्धो, गुरुधर्मो गुरुसंघस्तशैवच ।

गुरुवज्रहारः श्रीमान तस्मै श्रीगुरुवे नमः ।।"

इसका ब्राम्हणीकरण ब्रम्ह,विष्णु, महेश के साथ जोड़कर किया गया। और यह चोरी हमने पकड़ी है। बुद्ध,धम्म,संघ के अलावा हमारे लिए अन्य कोई शरण नही है यह भी बौद्ध लोग प्राचीन समय से बोलते आ रहे है।

बुद्ध ही वास्तविक गुरु है।

दूसरी बात की बुद्ध के प्रथम 5 अनुयायी यह क्या ब्राम्हण थे? ब्राम्हण चरित्रकारोने ने उन्हें ब्राम्हण कहा है लेकिन यह सच नहीं है। वह एक किवदंती है जिसे ब्राम्हणो ने जानबूझकर समाज में प्रचार में लाया ताकि बुद्धिज्म का ब्राम्हणीकरण आगे चलकर आसान हो। वे 5 लोग कौन थे? वे नाग वंश के मूलनिवासी ही थे। पाली भाषा के ज्ञाता माने जानेवाले धर्मानंद कोसंबी भी उन 5 लोगो को ब्राम्हण नही मानते । उनके अनुसार - " "परन्तु पंचवर्गीयों का यह परिचय दन्तकथात्मक प्रतीत होता है। यदि कौण्डिन्य को यह विश्वास था कि गौतमकुमार बुद्ध होने वाला है, तो उसे उरुवेला में छोड़कर कौण्डिन्य वाराणसी क्यों चला गया ? जब बोधिसत्व ने शरीर के लिए आवश्यक आहार लेना शुरू किया तो कौण्डिन्य की पूरी श्रद्धा कैसे नष्ट हुई ?...... यह भी नहीं कहा जा सकता कि वे सब ब्राह्मण ही थे। " (संदर्भ-भगवान् बुद्धः जीवन और दर्शन; हिं. अनु. श्रीपाद जोशी, प्रकाशक- साहित्य अकादमी की ओर से, लोकभारती प्रकाशन, १५ ए. महात्मा गांधी मार्ग, इलाहाबाद १; संस्करण १९८७, ११३५)

जैसे छत्रपति शिवाजी महाराज का ब्राम्हणीकरण करने के लिए ब्राम्हणो ने दादू कोंडदेव तथा भट रामदास का ब्राम्हणीकरण करने के लिए जोड़ दिया उसका परिणाम पूरे देश मे अल्पसंख्यक विदेशी ब्राम्हण मजबूत हो गए। क्यों पिछडो का समर्थन चाहिए तो उनका ब्राम्हणीकरण करके ही वह संभव होगा।

यहाँ बुद्ध का गुरु ब्राम्हण नही दिखाया लेकिन बुद्ध ने जो प्रथम धम्म उपदेश तथा धम्म चक्र प्रवर्तन किया वह 5 ब्राम्हण अनुयायियों से किया यह बताकर बौद्ध धम्म का ही ब्राम्हणीकरण करने की साजिश थी यह बात ध्यान रखो और उससे बचो।

सोशल मीडिया में इस तरह का ब्राम्हणवाद का प्रचार मत करो।बुद्ध धम्म यह मूलत:नाग मूलनिवासियो का धम्म है । अब बौद्ध धम्म में ब्राम्हण थे क्या और उनका क्या कार्य तथा क्या योगदान (ब्राम्हणीकरण करने में) था इसपर विस्तार से अलग से लिखेंगे।

-प्रो.विलास खरात।

राष्ट्रीय प्रभारी, बुद्धिस्ट इंटरनेशनल नेटवर्क,नई दिल्ली।





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