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सुग्रीव और बाली

Ajay Narnavre

Wednesday, July 3, 2019, 07:45 AM
Bali and Sugreev

सुग्रीव और बाली
सुग्र्रीव और बाली दोनो सगे भाई थे। सुग्रीव ने बाली को धोखे से मरवाने की कोशिश की लेकिन बाली अपने बल पर बच गया और सुग्रीव को अपनी जान बचाकर भागना पड़ा। उसकी पत्नी भी बाली के पास ही रह गयी। हनुमान भी सुग्रीव के साथ ही उसकी सेना का अंग था। सुग्रीव ने राम को सीता का पता लगाने एवं लंका पर विजय प्राप्त करने में हरसंभव मदद की तथा जो वानर सीता का पता लगाने में असमर्थ रहे थे उनको मौत के घाट उतारने में सुग्रीव ने कतई भी संकोच नहीं किया। सुग्रीव ने दो बाहरी युवकों की मदद के लिए अपनी सेना को भी युद्ध में झौकने से कोई संकोच नही किया। जाहिर है युद्ध में उसकी सेना और प्रजा को जन धन की भी हानि उठानी पड़ी होगी। अब कुछ सवाल खड़े होते है -
1.    सुग्रीव ने बाहरी राजकुमार राम की पत्नी सीता को खोजने के लिए अपने वानर चारों दिशाओं नें भेजे। असफल होने पर उसने उनके प्राण लेने में भी संकोच नही किया। उसी सुग्रीव ने अपनी पत्नी को छुड़ाने के लिए प्रयास क्यों नहीं किया ?
2.    सुग्र्रीव ने सीता को छुड़ाने के लिए लंका पर आक्रमण करने के लिए पुल भी बनवाया और लंका पर आक्रमण भी किया तो सुग्रीव ने अपनी पत्नी को छुड़ाने के लिए बाली पर आक्रमण क्यों नहीं किया ?
3.    राम ने बाली का वध छुपकर किया था तो क्या सुग्रीव और हनुमान में इतनी शक्ति और साहस भी नहीं था कि वो बाली का वध छुपकर भी कर सकें ?
4.    जब सुग्रीव की सेना इतनी विशाल सेना थी कि रावण के एक लाख पुत्र और सवा लाख नाती तथा उसकी विशाल सेना का संहार कर सकती थी तो उसने अपनी विशाल सेना बाली को परास्त करने के लिए क्यों नही भेजी ? (लंका के युद्ध में भाग लेने वाली सारी सेना सुग्रीव की थी क्योंकि राम लक्ष्मण की संख्या मात्र दो ही थी)
5.    हनुमान अब राम की पत्नी सीता के लिए लंका को जला सकता था। उसके पुत्र अक्षय कुमार और वाटिका के रक्षकों का वध कर सकता था तो उसने अपने स्वामी सुग्रीव की पत्नी को छुड़ाने के लिए बाली का वध क्यों नहीं किया ?
6.    जो हनुमान इतना बलशाली था कि सूर्य को खा सकता था, पूरे पर्वत को उठा कर उड़ सकता था, अपने आकार को अति सूक्ष्म और अति विशाल कर सकता था। उसने अपने स्वामी सुग्रीव की पत्नी को छुड़ाने के लिए अपने बल का प्रयोग क्यों नही किया ?
- अजय नारनवरे





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