धन और धम्म का मनुष्य जीवन पर प्रभाव TPSG Wednesday, July 8, 2020, 12:07 PM धन और धम्म का मनुष्य जीवन पर प्रभाव (1) धन और धम्म दोनों का मनुष्य जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है | मनुष्य की चाल केवल धन से ही नहीं बदलती अपितु धम्म से भी बदल जाती है | जब धन होता है तो अकड़ कर चलता है और जब धम्म होता है तो विनम्र होकर चलने लगता है | धम्म से मनुष्य के जीवन में करुणा मैत्री का संचार होता है | (2) जीवन में धन अथवा संपत्ति आती है तो अहंकार भी अपने आप आ जाता है और जीवन में धम्म अथवा संगति आती है तो विनम्रता भी अपने आप आ जाती है | जीवन में संपत्ति की लालशा अधिक आ आती है तो मनुष्य अंगुलिमाल की तरह अभिमानी हो जाता है और जीवन में सन्मति आती है तो मनुष्य सम्राट अशोक महान जी की तरह विनम्र भी बन जाता है, और विश्व में प्रख्यात हो जाता है | (3) जब धम्म किसी व्यक्ति के जीवन में आता है तो वह अपने साथ विनम्रता जैसे अनेक सद्गुणों को लेकर आता है | विनम्रता धम्म की अनिवार्यता नहीं अपितु धम्म का स्वभाव है | धम्म के साध विनम्रता ऐसे ही सहज चली आती है, जैसे फूलों के साथ खुशबू और दीये के साथ प्रकाश | प्रस्तुति - रमेश गौतम , धम्म प्रचारक Tags : friendship compassion politely money human impact profound Dhamma Wealth