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भारतीय बौध्द महासभा एवं कुशवाहा महासभा का आयोजन

Dinesh Bhaleray

Friday, May 31, 2019, 02:50 PM
Bhartiya Boudh Mahasabha

भारतीय बौध्द महासभा एवं कुशवाहा महासभा का आयोजन

बालाघाट। विश्व को मैत्री करूना और शांति का संदेश देने वाले विश्व के प्रथम महामानव सम्यक सम्बुध्द के बताये  मार्ग पर चलने की देश एवं विश्व को महति आवश्यकता है आज विश्व में बौध्द राष्ट्र उनके मार्ग पर चलकर ही तरक्की कर रहे हैै। बुध्द कहते है सोचो, समझो और सही लगे तब ही उसे मानो उनका धम्म  वैज्ञानिक है विश्व को युध्द नही बुध्द के सिध्दांतो की आवश्यकता है। उक्ताशय के उद्दगार दि बुध्दिस्ट सोसाइटी आॅफ इंडिया के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष बोधिसत्व डॉ. बाबासाहब आम्बेडकर जी के पौत्र आदरणीय भीमराव यशंवतराव आम्बेडकर मुम्बई द्वारा तथागत सम्यक सम्बुध्द जयंती एवं अन्धश्रध्दा प्रशिक्षण शिविरो के समापन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि के रूप में दिये। समारोह की अध्यक्षता कर रहे दि बुध्दिस्ट सोसायटी के प्रदेश अध्यक्ष चरनदास ढेंगरे ने अपने उद्बोधन के माध्यम उपस्थित जनसमुदय को बताया की समाज का यह बिखराव ही वर्तमान परिथितियों का कारण है हमें बाबासाहब के धम्म संगठन जो भारतीय बौध्दो को राष्ट्रीय मात्त्व संगठन है उनके ही बेनर एवं बाबासाहब के परिवार के नेत्त्व में एक जुट होकर धम्म कार्य गतिमान करते हुए समाज को प्रगति के रास्ते पर लेकर जाना होगा। विदित होवे की भारतीय बौध्द महासभा एवं अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा जबलपुर के नगर एवं जिला शाखा के तत्वाधान में तथागत बुध्द जयंती समारोह का आयोजन लम्हेटा घाट बौध्द स्तुप के पास जबलपुर में  किया गया  एक दिन पुर्व भा. बौध्द म. के द्वारा मुख्यालय के जेतवन बुध्दविहार रांझी त्रिरत्न बुध्विहार अधारतत्व विश्व दिप बुध्द विहार छा पर रामपुर अन्धश्रध्दा निर्मुलन। शिविरो का आयोजन सफलतापुर्वक किया गया बुध्द जयंती अवसर पर मंचा सिन कार्यक्रम  में संस्था के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष भीमराव यशवंतराव आम्बेडकर बतौर मुख्य अतिथि के रूप में मंचा सिन थे कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के प्रदेश के अध्यक्ष चरनदास ढेंगरे म.प्र. द्वारा की गई थी, विशेष अतिथि के रूप में संस्था  के राष्ट्रीय सचिव म.प्र. प्रभारी बी.एच. गायकवाड गुरूजी, एम.डी. सरोदे राष्ट्रीय सचिव, एडवोकेट एस.एस. वानखेडे  राष्ट्रीय सचिव, साउथ राज्य के प्रभारी मुम्बई, विजय पात्रे प्रदेश आडिटर मनोज वाघमारे, प्रदेश सचिव सत्यजीत मौर्य समा्रट अशोक शोधकर्ता , कुशवाह अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा  के प्रदेश अध्यक्ष वैध नाथ पटेल देवा बौधि भारतीय बौध्द महासभा  के प्रदेश उपाध्यक्ष माया पाटील शांताराम वाघ, उतमराव प्र. गौतम पाटील, आर.एन. बौध्द प्र. महा सचिव., बी.सी. सहारे प्र.कोष्ध्यक्ष , प्र.स. धमेन्द्र कुरील, बालाघाट दिलीप सोमकुवर मण्डला आदि मंचासिन थे। इस अवसर पर दानों संगठनो के संयुक्त प्रयासों से 11 वी शताब्दी का जो मौर्य वंश द्वारा निर्मित बौध्दस्मुत जो नर्मदा नदी के लम्हेटा घाट में है, उसे खोज कर शासन से राज्य संरक्षित स्मारक घोषित करने हेतू प्रसारत है उस स्मारक के भीतर तथागत बुध्द प्रतिमा की स्थापना मुख्य अतिथि द्वारा की गई। मंचिय कार्यक्रम पुर्व दोनो संघटनो द्वारा डॉ. आम्बेडका चौक (हाईकोर्ट) से 1 विशाल रैली का भी आयोजन किया गया था अंतिम सत्र में आयोजक द्वारा अतिथियों को  स्म्ति चिन्ह देकर सम्मानित किया, तत् पश्चात सांस्क्तिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ इस अवसर पर बडी संख्या में अनुयायी शामिल थे। इस सफल आयोजन का सफल संचालन मनोज वाघमारे द्वारा किया था। व्यवास्थापक टीम में जिलाध्यक्ष किशोर टेंभुरने मीरा बंसोड शैलेष  पुनवटकर सर्वोत्तम गोलाईन कैलाश आठनेरे सेवक पाटील राजकुमार पाटील पारमी बौध्द सतीस पाटील रवि सावनकर संजू नादेकर ईश्वरी पाटील रामेश बारमाटे  एवं दोनो संघटनों के पदाधिकारी शामिल थे।





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