कैसे धैर्य रखूं कब तक चूप रहूं मैं ....
- फैसला अक्सर रहता है- ....
रास्ता कहां से शुरू करूं ये फैसला अक्सर रहता है मंजिल शुरू करने से पहले ये फैसला अक् ....
शशिप्रकाश की कविता - अगर तुम युवा हो ....
स्टीफेन स्पेण्डर की कविता - हम ....
A short Poem by Marshal Mangesh Gajbhiye Sir ....
जिनकी आँखों में सूरजमुखी के ख्वाब होते हैं ....
I did not say anything ....
कल फिर उस रायगढ़ पर मैंने शिवराय को देखा मैंने झुक कर उनको जय भीम कहा फिर वे गालों म ....
आहिस्ता चल जिंदगी अभी कई कर्ज चुकाना बाकी है कुछ दर्ज मिटाना बाकी है कुछ फर्ज निभाना ....
मैं सोचता था फ से फूल ही लिखा जाता होगा ....
गम को खुशियों में बदलना है तो आ जाओ ....