तेल्हांडा क्या है Rajendra Prasad Singh Monday, August 30, 2021, 08:24 AM हिंदी के मुहावरों में भी छिपा होता है इतिहास या पुरातत्व का खजाना। भोजपुरी जनपद से लेकर अंग प्रदेश और मगध क्षेत्र तक खूब प्रचलित है यह मुहावरा कि तेल्हांडा में चले जाओगे अर्थात बर्बाद हो जाओगे। ये तेल्हांडा क्या है, भाई ? बौद्धों के प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय से भी पुराना है तेल्हाड़ा का बौद्ध विश्वविद्यालय। 2009 से चल रही है रुक - रुककर यहाँ खुदाई। मिली हैं वहाँ से धम्म लिपि में लिखी हुईं मुहरें और ईंटों से बने विश्वविद्यालय के विशाल खंडहर। भारत में ब्राह्मण संस्कृति और बौद्ध संस्कृति के आपसी टकराव का नतीजा है -" तेल्हांडा में चले जाना " । ब्राह्मण संस्कृति की नजर में तेल्हाड़ा के बौद्ध विश्वविद्यालय में जाकर बौद्ध संस्कृति में ढलना एक प्रकार से बर्बाद हो जाना है। इसलिए तेल्हांडा में चले जाओगे का मतलब होता है बर्बाद हो जाओगे। तेल्हाड़ा का गौरवशाली इतिहास और पुरातत्व के बारे में तो विस्तृत जानकारी इतिहासकारों को 2014 में मिली, किंतु हिंदी मुहावरा तो जाने कितने सालों से इसके इतिहास को अपनी कोख में लिए घूम रहा है। Tags : Buddhist University Telhanda India Buddhist culture Brahmin culture conflict result