RSS के जहरिले एजन्डे TPSG Tuesday, April 30, 2019, 04:13 PM RSS (राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ) के जहरिले एजन्डे इस एजंडे पर तारीख या सही नही है. एजंडे का No. 411-3003 आरएस एस -सी ओ-3 यह है, और वो इस प्रकार है: प्रिय प्रचारक भाइयो - आप पर किस अजेंडे के तहत कुछ गुप्त जिम्मेदारियां दी जा रही है। इसे पूरा करने का प्रयास करे। इस गुप्त अजेंडे को मन में स्मरण करके याद करे और बाद में फाड़ डालें। सभी काम गुप्त और योजनाबद्ध तरीके से होना चाहिए। इस तरह का आदेश अजेंडे पर लिखा है। अजेंडे में 34 स्वतंत्र कालम है। अजेंडे के कलम - 1) शस्त्र और बारूद ज्यादा से ज्यादा इकठ्ठा करो ताकि उचित समय पर इसका इस्तेमाल दलितो के कत्ल करने के लिए किया जाये। 2) आंबेडकरवादी दलित और मुस्लिमो से हमें खतरा है। दलित समाज के अन्य जातियों को अपने पक्ष में करके उनके मन में अम्बेडकरवादी महारो के प्रति नफरत निर्माण करो। दलितों की जातियों में आपस में बैर निर्माण करो। 3) वरिष्ठ अधिकारियो को कट्टर ीपदकनजअंूंकप बनाओ ताकि ांदपेीजी दलित कर्मचारियों को वे नुकसान पंहुचा सके। 4) दवाई विक्रेता ओ को आदेश है की वे दलित, मुस्लिम एवं आदिवासी समाज के लोगो को नकली एवं धीरे - धीरे मौत देने वाली दवाईयां देकर बेमालूम तरीके से उन्हें मौत की नींद सुलाने का प्रयास करे। 5) दलितों को श्रीराम और ऊं का मंत्र पढ़ने पर मजबूर करो। 6) हिंदुत्व के खिलाफ भाष्य करने वालो का बहिष्कार करो एवं उन्हें प्रताड़ित करो। 7) दलित समाज को शराब पीन , जुआ खेलना, रंडीबाजी करना, लाटरी लगाना एवं मादक द्रव्य लेना आदि बेकार आदतों के अधीन करने का प्रयास करो। 8) स्कुल में पढ़ने वाले दलित बच्चो को सेहत के लिए घटिया खाद्य पदार्थ देकर उन्हें शारीरिक एवं मानसिक रूप से अपंग करने का प्रयास करो। 9) दलित मुस्लिम एवं ख्रिश्चन समाज के जवान लडकियों को वेश्यावृत्ति करने के लिए प्रवृत्त करो जरुरत पड़ी तो मजबूर करो। 10) स्कुल में दलितों को हिंदुत्व को बढ़ावा देने वाला गलत इतिहास पढ़ावो। 11) दंगो के समय दलित और मुस्लिम महिलायों पर सामूहिक बलात्कार करो। ऐसे समय मन में दया या रहम की भावना मत आने दो। पहचान भी इस कम में आड़े न आने पाए। 12) दंगो के समय पुलिस और प्रशासन की मदद से ज्यादा ज्यादा दलित - मुस्लिम समाज के लोगो की जान लो। 13) चर्च, बुद्धविहार, और मस्जिद पहले हिन्दू के मंदिर थे। इसे यवनों ने कब्जे में लिया। इस प्रकार का साहित्य प्रकाशित करो। 14) मुस्लिम ख्रिश्चन और बौद्धों को बदनाम करने वाला साहित्य प्रकाशित करो। 15) ब्राह्मणों को बदनाम करने वाला साहित्य नष्ट करो। अगर सच भी है तो उसे जनता की नजरो में आने मत दो। 16) दलितों और पिछड़ी जाती के कर्मचारियों के रिकार्ड बिगाड़ दो ताकि वे पदोन्नति से वंचित रहे। 17) हिन्दू देवी देवताओ के चमत्कार की कहानियो को पेपर या इलेक्ट्रोनिक मिडिया द्वारा बारबार जनता के सामने लाओ। 18) ढोंगी साधू, बुवा, महाराज इनकी सहायता लेकर दलित समाज में अंधश्रद्धा का प्रचार करो। 19) बौद्ध जैन सिख ख्रिश्चन इन्हें सनातनी हिन्दू बनाने का प्रयास जारी रखो। 20) आंबेडकर वादी दलित, मुस्लिम एवं ख्रिश्चन समाज पर पूर्वनियोजित हमले करना जारी रखो। उनका मनोबल तोड़ना का प्रयास करो। 21)मंडल आयोग का विरोध करो, आयोग के बारे में गलत फहमिया पैदा करो। 22) दलितों को आपसी झगड़ो में उलझाकर रखो। 23) आंबेडकर के पुतले को रातो राततोड़ो या उसको कालिख फेंको। 24) चाणक्य की किताबो का नियमित पठन करो। 25) दलित मुस्लिमो की बेटियों को मादक द्रव्य के इस्तेमाल से अपने वश में करके उनकी नंगी तस्वीरे खींचो या उनकी ब्लू फिल्म बनाओ। 26) दलित आदिवासी का कुपोषण जारी रखो। उनकी शराब में जहरीले पदार्थ डालकर उन्हें कमजोर करो। 27) पिछड़ी जाती के अज्ञानी लोगो को अपने राजनितिक लाभ के लिए इस्तेमाल करो। 28) दलित चपबीींकम समाज को इलेक्ट्रोनिक मिडिया में प्रवेश मत करने दो। 29) दलित मुस्लिम लेखको को अपने पक्ष में करो और उन्हें दलित मुस्लिमो के खिलाफ लिखने को प्रवृत्त करो। 30) व्यापारी इन्हें दलितों का आर्थिक शोषण करने के लिए आदेश दिया जाता है। 31) हिन्दू के खिलाफ काम करने वाले दलित संगठनो पर नजर रखो। उनमे फुट डालने का प्रयास करो। 32) हिन्दू विरोधी काम करनेवाले के एन्कोउन्टर में खत्म करो। 33) हर नियमित अन्तर से अपनी बैठक करो। 34) जयश्रीराम के नारे से हिंदुत्व का प्रचार करो। (टिप - यह पत्र अच्छी तरह से पढ़कर जुबानी याद करो और फिर जला डालो.) संग्रहक - राज पचैरिया Tags : columns independent planned later fulfill responsibilities agenda