भले ही आप एसडीएम हैं Villash Kharat vilaskhrat1818@gmail.com Sunday, May 4, 2025, 02:28 PM भले ही आप एसडीएम हैं या सांसद हैं द्विजों की नजरों में आप दलित हैं और दलितों की स्थिति मार खाने की है, प्रतिवाद करने की कुव्वत उनमें नहीं है। इन एसडीएम महोदय ने ब्राह्मण अधिवक्ता को नियम के तहत अग्रिम तारीख के लिए लिखित मांग कर दी तो अपमान हो गया और दलित एसडीएम को बाल पकड़ कर हिलोर दिया गया। डा. अम्बेडकर इसलिए लिखे थे कि 'ब्राह्मण अपना कानून आप है।' इस तरह की हिम्मत है किसी दलित वकिल में है, जो किसी द्विज एसडीएम से व्यवहार कर सके? यहाँ केवल दलित अधिकारी को पीटने की बात नहीं है। बल्कि भय का माहौल तैयार करना है ताकि कोई दलित, चाहे अधिकारी ही क्यों न हो इनसे जी हजूरी ही करता रहे, इनके नीचे ही रहे। ऐसे में, "एसीएसटी एक्ट" का क्या महत्व रह जाता है? लोग इस एक्ट पर दुरुपयोग होने का आरोप लगाते हैं लेकिन यह नहीं देखते कि मनबढ़ों को कानून भी नहीं रोक पा रहा है! कानून अपाहिज नहीं बल्कि उसको लागू करने वाले लोगों की मानसिकता अपाहिज है क्योंकि वे वर्चस्वादी समाज व्यवस्था के अंग हैं। Tags : hair advocate Brahmin advance written SDM