बौद्ध व्यक्ति की पहचान TPSG Monday, April 29, 2019, 08:41 AM बौद्ध व्यक्ति की पहचान बौद्ध उसे कहते है, जो बुद्ध, धम्म और संघ में पूरा सम्यक दृष्टि रखता हो तथा शील का पालन करता,करती हो। *बौद्ध का मतलब होता है "श्रेष्ठ" मनुष्य। लेकिन यह श्रेष्ठता पैदाइशी न होकर शील, सदाचार और प्रज्ञा द्वारा प्राप्त की जाती है।* वह व्यक्ति जो ज्ञान, आचरण अपने व्यवहार में लाता हो वह बौद्ध कहलाता है। सच्चे बौद्ध का आचरण क्या होगा? *बौद्धों का प्रत्येक कार्य और आचरण अन्य लोगो के लिए अनुकरणीय होगा।* बौद्ध कहीं भी और किसी भी परिस्थिति में रहें, अपने सत्कर्मो तथा सद्व्यवहार से अपनी अलग पहचान बनाये रखेगा। *बौद्ध अपनी अच्छाई की छाप दूसरों पर डालेगा।* दूसरों की बुराइयों की तरफ आकर्षित नही होगा। *बौद्धों का खान पान, रहन-सहन, कर्म तथा वाणी ऐसी हो जो दूसरों के लिए मार्गदर्शन का काम करें।* कभी भी कुसंगति में नही पड़ेगा। कुसंगती में पड़े हुए लोगों को कुसंगत से बहार निकल ने के लिए मार्गदर्शन करेगा। *बौद्ध स्वयं में ही जितना हो सके उतना अनुशासित रहेगा।* सच्चे बौद्ध व्यक्ति धम्म कार्यक्रम में सम्मिलित होगा और धम्म कार्यक्रम- पूजा-वंदना, संस्कार, चर्चा आदि में अनुशासित रहेगा। *धम्म कार्यक्रम का प्रारंभ त्रिशरण -पंचशील ग्रहण करके करेंगे। धम्म देशना व चर्चा के दौरान मुसावाद नहीं करेंगे और न बीच में खाना खायेंगे। खाना-पीना कार्यक्रम के बाद करेंगे। देशना व प्रवचन के समय खाना देना-लेना और खाना अबौद्ध की पहचान है। ऐसे अनुचित व्यवहार करने वाले व्यक्ति को धम्म में श्रद्धा कम होती है। कार्यक्रम तभी संपन्न होगा, जब "धम्म" गाथाओं का संगायन पूरा होगा।* बौद्ध लोग हर कार्य सोच समझ कर करेगा। ताकि उसे कार्य करने के बाद पछताना न पड़े। *बौद्धों का जीवन केवल अपनी ही सुख-शांति के लिए नही होता,सब के लिए शांति चाहेगा।* बौद्धों को अपनी ही तरह अपने पड़ोसियों तथा देश व समाज के विकास के लिए हमेशा तत्पर रहेगा। *बौद्ध हमेशा दानी, संयमी, सहनशील, धैर्यवान, गुणवान, चरित्रवान तथा ज्ञानवान होगा।* बौद्ध कभी गुणहीन, आलसी और आचरणहीन नही होगा। *बौद्ध लोग मद्यपान से हमेशा दूर रहेगा।* बौद्ध भिक्खुओं का आदर सत्कार करेंगे। उनको हर प्रकार से दान दे कर घम्म प्रचार के लिए तन, मन से सहयोग करेंगे। *जरूरत व समय के अनुसार देश, अपनी और धम्म की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर भी रहेगा, अगर जरूरत पड़े तो हथियार भी उठा लेगा, हिंसा के लिए नहीं। लेकिन धम्म की सुरक्षा के लिए, देश की सुरक्षा के लिए, अपनी सुरक्षा के लिए।* यही बौद्धों की सही पहचान है। - दीपक तायडे Tags : wisdom virtue superiority superior Buddhism