विचार मई 2025 TPSG Sunday, May 4, 2025, 01:40 PM औरंगजेब तो क्रुर था, पर क्रुरता की बात की जाये तो बोधगया पर कब्जा करने वाले कम क्रुर नहीं थे। बौद्ध भिक्षुओं को उबलते तेल में डालकर मारा और और बौद्ध जनता को शुद्र, अतिशुद्र, घुमंतू और आदिवासी बनाया। - अजय नारनवरे शक सम्राट अझेस प्रथम ने 58बीसी में एक कैलेण्डर शुरू किया था। जिसे पांचवी सदी में मालवा या विक्रम संवत कहा जाने लगा। अब राम का जन्म इसी कैलेण्डर से बना है, शक राजा बौद्ध थे जिसके सबुत भी मिले है। - सिद्धार्थ बागड़े नागों को प्राचीन मागधी भाषा में "पाम्बि या बाम्बि" कहा जाता था| मौर्यों को "बांबि मोरिय" मतलब "नागवंशी मौर्य" कहा जाता था| बाम्ही लिपि मतलब नागलिपी| ब्राहमण और बाम्ही विरोधी शब्द है| (JBORS, p. 161) -डॉ. प्रताप चाटसे, सनातन धम्म 5 वी सदी के सालपूर के जाट राजपुत्र खुद को "तुस्ता के वंशज" मतलब "तुषित बुद्ध के वंशज" कहते है| चौहान, परमार, सोलंकी और परिहार राजपूत भी इसी तरह खुद को "तुस्ता के वंशज" समझते हैं| -डॉ. प्रताप चाटसे, सनातन धम्म आईएएस में 101 लोग EWS कोटे से भर्ती हुए इनमें से 80 ब्राह्मण हैं ये ही है असली जातिवादक्या इनके EWS सर्टिफिकेट की जांच होगी । - सिद्धार्थ बागड़े ठाकूर यह बौद्ध शब्द है। "ठाकूर" यह बुद्ध के लिए एक सन्मानित शब्द है और बुद्ध को "धम्म ठाकुर" कहते हैं। (वर्तमान क्षत्रिय पूर्व में कौन थे? खंड 2, p. 378) असली ठाकूर बुद्ध अनुयायी होते हैं| -डॉ. प्रताप चाटसे, सनातन धम्म BHU में कुल 670 प्रोफेसर हैं जिनमें OBC के होने थे 135 जबकि है केवल 0 फिर भी हिंदू होने पर OBC समाज को बड़ा गर्व होता है । - सिद्धार्थ बागड़े Tags : Buddhist people Buddhist monks Bodh Gaya cruelty cruel Aurangzeb