सिद्धार्थ बागड़े Siddharth Bagde tpsg2011@gmail.com Wednesday, May 1, 2019, 03:52 PM खुद के मेहनत से मिली खुशी किसी दौलत से कम नहीं है, इसलिये मुझे खैरात में मिली खुशी अच्छी नहीं लगती। मुझे मिलते है कई लोगो से गम, मैं उन्हें अपना बना लेता हूॅ, इसीलिये में अपने गमों में ही रहता हूॅ नवाबो की तरह। सिद्धार्थ बागड़े Tags : Nawab live people happiness wealth hard work joy