नेपोलियन ने चुकाया वृद्धा का कर्ज Sumedh Ramteke Friday, May 3, 2019, 04:46 PM नेपोलियन ने चुकाया वृद्धा का कर्ज नेपोलियन बोनापार्ट फ्रांस का महान सम्राट था। साहस के साथ ईमानदारी और सहजता उसके स्वभाव में थे। अपने बचपन में नेपोलियन ने घोर गरीबी देखी थी। मित्रों की मदद से नेपोलियन ने षिक्षा प्राप्त की। जिस पाठशाला में वह पढ़ने जाता था, उसके निकट ही फल बेचने वाली एक वृद्धा बैठती थी। नेपोलियन उससे फल खरीदता था। जब भी उसके पास पैसे नहीं होते, तब वह वृद्धा उसे फल उधार भी दे देती थी। बड़ा होने पर नेपोलियन अपनी योग्यता के बल पर मामूली सैनिक से अफसर और फिर देश का सम्राट बन गया। सम्राट बनने के बाद एक बार वह अपने गांव आया और अपनी पाठशाला पहुंचा। वहां उसने लोगों से उस वृद्धा का पता पूछा और उससे मिलने पहुंचा। उसने वृद्धा से कहा, ‘अम्मा! क्या तुम मुझे जानती हो?’ वृद्धा फौजी वर्दी में खड़े नेपोलियन के रौबदार व्यक्तित्व को देख थोड़ा सहमी फिर बोली, ‘मैं आपको नहीं जानती।’ तब नेपोलियन ने कहा, ‘तुम्हें ऐसा कोई लड़का याद है, जो तुमसे फल उधार लेकर खाता था।‘ वृद्धा ने इनकार किया। नेपोलियन बोला, ‘तुम मुझे भले ही भूल गई हो, किंतु मुझे भली-भांति याद है। मै ही वह लड़का हूं और उन फलों के दाम आज चुकाने आया हूं। यह कहते हुए नेपोलियन ने रूपयों से भरी एक थैली वृद्धा को दी और पुनः चरण स्पर्श कर चला गया। बाद में किसी ने वृद्धा को बताया कि वह फ्रांस का सम्राट नेपोलियन था। वृद्धा की आंखे भीग गई। पद-प्रतिष्ठा से बड़ा बनने पर भी अपने मददगारों के प्रति कृतज्ञता का भाव बनाए रखना बड़प्पन का लक्षण है। - सुमेध रामटेके Tags : uniform army military gentleman people village school emperor