imagesimagesimagesimages
Home >> समाचार >> रमन मैग्सेसे मुबारक

रमन मैग्सेसे मुबारक

TPSG

Wednesday, August 7, 2019, 03:54 PM
 Raman Magsaysay

रमन मैग्सेसे मुबारक

 

वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार को 2019 का प्रतिष्ठित ‘रेमन मैग्सेसे’ सम्मान हेतु नामित किया गया है. यह सम्मान एशिया में साहसिक एवं परिवर्तनकारी नेतृत्व के लिए दिया जाता है. रवीश कुमार को यह सम्मान "बेआवाजों की आवाज’ बनने के लिए तथा हिंदी टीवी पत्रकारिता में उनके योगदान को देखते हुए दिया गया है.

रवीश कुमार हिन्दी न्यूज़ चैनल एनडीटीवी इंडिया के सबसे प्रमुख चेहरा हैं. रवीश कुमार के अतिरिक्त 2019 का मैग्सेसे अवॉर्ड म्यांमार के को स्वे विन, थाईलैंड के अंगखाना नीलापाइजित, फ़िलीपीन्स के रेमुन्डो पुजांते तथा दक्षिण कोरिया के किम जोंग-की को भी मिला है.

*रवीश कुमार ऐसे छठे पत्रकार*

'रेमन मैग्सेसे पुरस्कार के मामले में रवीश कुमार ऐसे छठे पत्रकार हैं जिनको यह पुरस्कार मिला है. इससे पहले यह पुरस्कार अमिताभ चौधरी (साल 1961), बीजी वर्गीज (साल 1975), अरुण शौरी (साल 1982), आरके लक्ष्मण (साल 1984), पी. साईंनाथ (साल 2007) को मिल चुका है.

रेमन मैग्सेस अवॉर्ड फ़ाउंडेशन ने रवीश कुमार की पत्रकारिता को सबसे अच्छा, सत्य के प्रति निष्ठा, ईमानदार एवं निष्पक्ष बताया है. फ़ाउंडेशन ने कहा है कि रवीश कुमार ने बेज़ुबानों को आवाज़ दी है.

*पिछला भारतीय विजेता*

इससे पहले बेहतरीन पत्रकारिता के लिए पी साईनाथ को भी मैग्सेसे सम्मान मिल चुका है. इसके अतिरिक्त दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, अरुणा रॉय और संजीव चतुर्वेदी समेत कई भारतीयों को मिला है.

*रेमन मैगसेसे पुरस्कार*

रेमन मैगसेसे पुरस्कार एशिया के व्यक्तियों और संस्थाओं को उनके अपने क्षेत्र में विशेष रूप से उल्लेखनीय कार्य करने हेतु प्रदान किया जाता है. इसे प्राय: एशिया का नोबेल पुरस्कार भी कहा जाता है. यह पुरस्कार फिलीपीन्स के भूतपूर्व राष्ट्रपति रैमॉन मैगसेसे की याद में दिया जाता है. यह पुरस्कार न्यूयॉर्क स्थित ‘रॉकफेलर ब्रदर्स फण्ड’ के ट्रस्टियों द्वारा साल 1957 में स्थापित किया गया था.

*रवीश कुमार के बारे में:*

रवीश कुमार का जन्म 5 दिसम्बर 1974 को मोतिहारी, बिहार में हुआ था. वे एक भारतीय टीवी एंकर, लेखक और पत्रकार हैं. वे भारतीय राजनीति एवं समाज से संबंधित विषयों को मुखरता के साथ जनता के सामने रखते हैं. रवीश एनडीटीवी समाचार नेटवर्क के हिंदी समाचार चैनल 'एनडीटीवी इंडिया' में वरिष्ठ कार्यकारी संपादक है. रवीश कुमार साल 1996 से एनडीटीवी से जुड़े रहे हैं. ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ ने साल 2016 में अपनी 100 सबसे प्रभावशाली भारतीयों की सूची में उन्हें भी शामिल किया था.

रवीश ने कोई असाधारण काम नही किया । पत्रकार थे,पत्रकार वाला काम ईमानदारी से किया । जो सभी पत्रकारों को करना था,रवीश ने निरन्तर वही किया । बिना रुके,बिना डिगे,बिना डरे,बिना बहके । आज रमन मैग्सेसे जैसा प्रतिष्ठित पुरस्कार मिला । देश का गर्व बढ़ा दिया । भारत माँ के हाथ मे अपनी मेहनत से लाया पुरस्कार रख दिया । रवीश ने देश का मान बढ़ाया है ।

यह किसी पत्रकार की बड़ी उपलब्धि है । यह हमें दिखाता है कि हमें जो काम आता है, उसे ईमानदारी से करें,बस । रवीश न लड़े,न भिड़े,न बहुत सड़क पर उतरे,न जेल गए,उन्होंने पत्रकारिता किया,सबकी बात की,जब सब सत्ता सुर में नाच रहे थे,तब रवीश बेरोजगार,गाँव खलिहान के किसान की बात कर रहे थे । यह कितना आसान था मगर इस दौर में इन्ही की बात करना तो सबसे मुश्किल था,रवीश ने किया ।

जब रवीश नही होंगे,हम और आप नही होंगे, तब कोई चौधरी,कोई अंजना पढ़ाए थोड़ी जाएँगे,पढ़ाए तो रवीश ही जाएँगे । रवीश को बधाई मैग्सेसे के लिए ,यह भी बधाई जब पत्रकारिता मुँह के बल गिर चुकी थी,तब देश का ही एक पत्रकार मैग्सेसे पाया था । यह बड़ा दिन है, छोटे दिल और दिमाग वालों को तक़लीफ़ होगी मगर वह भी बधाई दे दें तो बेहतर है क्योंकि रवीश ने वह कर दिखाया है, जो कभी कभी हो पाता है ।

प्रेम बड़ी ही साधारण चीज़ है मगर नफरत के बीच वही असाधारण है । रवीश का काम साधारण है मगर जब कोई कर ही नही रहा या करने से डर रहा तो रवीश असाधारण हो जाते हैं । 

रमन मैग्सेसे मुबारक





Tags : country Raman Magsaysay prestigious