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कृष्ण वास्तव में बोधिसत्व कृष्ण

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Thursday, June 15, 2023, 11:27 AM
krishna

कृष्ण वास्तव में बोधिसत्व कृष्ण -

बौद्ध जातक कथाएं सबसे प्राचीन ग्रंथ वैदिक धर्म के ऋग्वेद तथा बाइबल, कुरान से भी पुरानी है I उसमें कन्हैया जातक कथा है I

शिशुपालवध में कृष्ण को बोधिसत्व कहा गया है,शायद इसीलिए कृष्ण ने गीता में कहा है कि मैं वृक्षों में अश्वत्थ ( पीपल ) हूँ।

तथागत बुद्ध के धम्म का प्रचार करनेवाले बौद्ध सम्राटों को और भिक्खुओं को बाद में बोधिसत्व कहा जाने लगा था I बोधगया के एक अभिलेख में यह कहा गया है कि, "तथागत बुद्ध ही हरि है"

(Asiatic society, vol. II, P. 299)

इससे स्पष्ट हो जाता है कि, तथागत बुद्ध को ही बाद में बोधिसत्व कृष्ण कहा गया है I

बुद्ध को "भगवत" भी कहा जाता था बुद्ध के अनुयायियों को भागवत कहां जाता है I तथागत बुद्ध को "धम्म सारथी" कहा जाता है, इसलिए कृष्ण को भी महाभारत युद्ध में सारथी दिखाया गया है |

इसी कहानी को बाद में श्लोक ऐड करके बड़ा कर दिया और ऐतिहासिक बनाने का प्रयास किया I 800 श्लोक वाला महाभारत एक लाख से ऊपर श्लोक वाला ग्रंथ बन चुका है स्पष्ट है इसमें लोगों ने छेड़छाड़ करके बढ़ाने का प्रयास किया है I

मध्ययुगीन काल में पैदा हुए ओरिसा तथा महाराष्ट्र के वैष्णव संतों ने तथागत बुद्ध को ही कृष्ण माना है I मजे की बात यह है शैव धर्म के विरुद्ध में वैष्णव धर्म स्थापित हुआ I

इसको आधार देने के लिए बौद्ध वैष्णव संत रमाई पंडित ने "शून्य संहिता" ग्रंथ 7 वी सदीं में लिखा था I शुन्यवाद बौद्ध धर्म की शाखा है I

इस दिन बौद्ध लोग धम्मचक्र को उपर लटकाकर नीचे से मानव सिढी बनाकर उसको छुते थे और धम्मचक्र को प्राप्त करने की खुशी में जश्न मनाते थे ऐसा शिल्प भरहुत बौद्ध स्तूप में है I बुद्ध के अष्टांगिक मार्ग चक्र को सुदर्शन चक्र बनाने का प्रयास किया गया I

आजकल लोग धम्मचक्र की बजाए उपर हांडी टांगकर मानव सिढी बनाकर उसे फोड देते हैं और कृष्ण जन्माष्टमी का आंनद उत्सव मनाते हैं।

इससे स्पष्ट होता है कि, कृष्ण अष्टमी वास्तव में धम्मचक्र अष्टमी है और धम्म चक्र व सुदर्शन चक्र में एक रूपता भी, कृष्ण वास्तव में बोधिसत्व कृष्ण हैं I

_______ ☸ PaWan KuMar ☸ _______ — with Ramesh Ahir.





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