सामान्य जन विचार - मार्च 2021 Narendra Shende narendra.895@rediffmail.com Monday, March 15, 2021, 08:49 AM छत्तीसगढ़ के गांव गांव में गौतम बुद्ध की माता महामाया की मंदिर है । - अजय नारनवरे किसी भी वेद में शिव, शंकर, शंभू जैसा कोई देवता नहीं है । दुर्गा, पार्वती, उमा जैसी कोई देवी नहीं है । किसी ने देखा है तो उदाहरण के साथ दिखलावे । - अजय नारनवरे ब्राह्मणों के अनुसार सूर्य भगवान है और हनुमान भी भगवान है एक भगवान ने दूसरे भगवान को खा गया। - सिद्धार्थ बागड़े भगवान बुद्ध का ही रूप बिगड़कर शिव हो गया, बुद्ध-स्तूप ही शिवलिंग हो गया बुद्ध को शुद्ध रूप में ही पूजें। - अजय नारनवरे व्यापमं की परीक्षा में सभी 10 टॉपर्स एक ही कॉलेज के, सबके नंबर भी बराबर, सभी ने एक जैसी गलती की, 9 एक जाति के है । - सिद्धार्थ बागड़े भगतसिंह के वक़ील आसिफ़ अली थे और अंग्रेज़ों का रायसाहब पंडित सूर्यनारायण जो आरएसएस संस्थापक हेडगेवार का मित्र भी था। - सिद्धार्थ बागड़े पौराणिक हिंदू धर्म वास्तव में "प्रछन्न बौद्ध धर्म" हैं| महायान बौद्ध धर्म का रुपांतरण ही मध्ययुगीन काल के दरमियान पौराणिक हिंदू धर्म में हुआ है| वैदिक धर्म और पौराणिक हिंदू धर्म अलग अलग है| - प्रताप चाटसे फ्रीडम हाउस" ने भारत को "फ्री" देशो की सूची से हटा कर "Partially Free" यानी "आंशिक स्वाधीन" देशो की सूची में डाल दिया है* .पर मोदी/गोदिमीडिया की हिम्मत नही है कि "फ्रीडम हाउस" के खिलाफ एक शब्द बोल सके। - सिद्धार्थ बागड़े एस.एन. गोयंका द्वारा सिखाई जाने वाली विपस्सना आधी अधूरी है। उसके साथ क्रांतिकारी बुद्ध और मार्शल आर्ट्स का जोड़ जरुरी है। भारत के बौद्ध सिर्फ विपस्सना करते रहे और उन्होंने ब्राह्मणवादी हिंसाचार का प्रतिकार नहीं किया, जिससे भारत से बौद्ध धर्म खत्म हुआ। श्रीलंका, चायना, जापान के बौद्ध क्रांतिकारी बुद्ध तथा मार्शल आर्ट्स की वजह से आक्रामक हैं। इसलिए वहां बौद्धों पर अत्याचार नहीं होते हैं। विपस्सना से मन मजबूत बनता है, तो क्रांतिकारी विचारधारा (धम्म) व मार्शल आर्ट्स से हमारी बाजुए मजबूत होती हैं। इसलिए विपस्सना के साथ साथ क्रांतिकारी बुद्ध का प्रशिक्षण और मार्शल आर्ट्स का प्रशिक्षण भी जरुरी है। भारत में हर एक बौद्ध स्थल पर इन तीनों बातों का प्रशिक्षण प्रशिक्षित भिक्खु तथा प्रशिक्षित धर्मप्रचारकों ने बौद्ध अनुयायीयों को देना चाहिए| -डॉ.प्रताप चाटसे, बुद्धिस्ट इंटरनेशनल नेटवर्क Tags : Gautama Buddha Mahamaya temple Chhattisgarh village