स्पेशल व्यक्ति विचार Narendra Shende narendra.895@rediffmail.com Friday, January 29, 2021, 02:28 PM आपकी ईच्छा हो या ना हो भारत में एक जंग होगी और उस जंग से हर एक व्यक्ति को गुजरना ही होगा । - मा . वामन मेश्राम साहब याद राखो लोकडाऊन मैं सिर्फ किसान ने सही दाम मैं अपना अनाज बेचा था बाकियों ने 10 की बीड़ी 50 मै ए 10 के टमाटर 100मैं बेचें थे । - सिद्धार्थ बागड़े सेपरेट इलेक्टोरेट से SC, ST, OBC, Minority को संख्या के अनुपात में आरक्षण के साथ साथ स्वतंत्र मतदारसंघ मिलेंगे, जिसमें बजेट, नोकरी, उद्योग, शिक्षा, खेती इन सभी क्षेत्रों में सभी वर्गों को समसमान भागिदारी मिलेगी| कोई किसी दुसरे के हक नहीं छिन पाएगा| - सिद्धार्थ बागड़े वाराणसी का अर्थ बुद्ध होता है।ब्राम्हण बुद्ध को मिटा नही सके।विदेशी ब्राम्हणो से पूरा पूरा हिसाब लेंगे। - प्रो.विलास खरात यज्ञ प्राचीन भारत की निजीकरण व्यवस्था थी| जिस प्रदेश में यज्ञ किया जाता था, वह संपुर्ण प्रदेश ब्राम्हणों के अधीन समझा जाता था| इसलिए, मूलनिवासी बहुजन रक्षक अर्थात सैनिक यज्ञों का विरोध करते थे| - प्रो.विलास खरात बुद्ध शब्द्ध पुराना और ब्राह्मण शब्द नया है तथा धम्म शब्द पुराना धर्म शब्द नया है अर्थात पालि शब्द पुराना और संस्कृत शब्द नया है। - सिद्धार्थ बागड़े ऋग्वेद के अनुसार जो अनाज खेतों मे पैदा होता है, उसका बंटवारा तो देखिए... 1- जमीन से चार अंगुल भूमि का, 2- गेहूं के बाली के नीचे का पशुओं का, 3- पहली फसल की पहली बाली अग्नि की, 4- बाली से गेहूं अलग करने पर मूठ्ठी भर दाना पंछियो का, 5- गेहूं का आटा बनाने पर मुट्ठी भर आटा चीटियों का, 6- चुटकी भर गुथा आटा मछलियों का, 7- फिर उस आटे की पहली रोटी गौमाता की, 8- पहली थाली घर के बुज़ुर्ग़ो की 9- फिर हमारी थाली, 10- आखिरी रोटी कुत्ते की, --------------------- जैसे भारत के सभी संस्थानों में विदेशी ब्राह्मणो,यहूदियो का कब्जा हैं वैसे यूनाइटेड नेशन में भी ब्राह्मणो,यहूदियो,पूंजीपतियों के कब्जा हैं जो दुनिया के ब्राह्मण,यहूदी,पूंजीपति शैतानों के विरोध में कोई कानून पास कर एक्शन नही ले सकते हैं। यूनाइटेड नेशन को अपनी नई बिल्डिंग बनानी चाहिए जो गूंगी,अंधी बहरी हो व ब्राह्मणो,यहूदियो,पूंजीपतियों के पिजड़े में कैद ताकि दुनिया को पता चले यूनाइटेड नेशन जैसे दुनिया के जितनी भी विभिन्न संगठन हैं सभी ताकतवर लोगो के गुलाम हैं। - आशूतोष मूलनिवासी निजीकरण से सिर्फ नोकरियाँ ही खत्म नही हो रही है आरक्षण और शिक्षा भी खत्म होगी । - मनीष कुमार यादव OBC अगर सामाजिक लड़ाई लड़ोगे तो पूरे भारत के मालिक बनोगे और अगर धार्मिक लड़ाई लड़ोगे तो तुम्हारा मालिक सिर्फ ब्राह्मण बनेगा। - प्रभात सिंह RSS नामक परजीवी ने पहले बुद्धिजीवी का सत्यानाश किया फिर श्रमजीवी को बर्बाद किया अब उसकी बुरी नजर आंदोलनजीवी पर है । - सुजीत कुमार मौर्य काल में केवल ब्राह्मण और बौद्ध यह दो ही वर्ग थे| बौद्धों को विभाजित कर (devide and rule policy के तहत) कमजोर करने के लिए उन्हें क्षत्रिय, वैश्य और शुद्र इन तीन वर्गों में विभाजित किया गया था| आज के क्षत्रिय, वैश्य और शुद्र प्राचीन बौद्ध है| - प्रताप चाटसे तुलसीदास ने रामचरितमानस बालकांड से नहीं बल्कि अयोध्याकांड से लिखना आरंभ किया था। इसीलिए अयोध्याकांड का पहला दोहा है - श्री गुरु चरण सरोज रज। यही कारण है कि तुलसीदास की परंपरा के लोग किसी अच्छे काम का आरंभ इसी दोहे से करते हैं। - राजेन्द्र प्रसाद सिंह पिछली बार सचिन तेंदुलकर की वजह से होनहार विनोद कांबली को खोया था। अब फिर अर्जून तेंदुलकर की वजह से प्रणव धनावडे को खो रहे हैं। - लाखन सिंह कटारिया मौर्य साम्राज्य के समय भारत में केवल दो ही वर्ग थे- ब्राह्मण और बौद्ध| वर्तमान में ब्राह्मण तो है लेकिन बौद्ध कहाँ गए? - मा. डी. आर. ओहोल, राष्ट्रीय धम्म प्रचारक, बुद्धिस्ट इंटरनेशनल नेटवर्क यज्ञ प्राचीन भारत की निजीकरण व्यवस्था थी| जिस प्रदेश में यज्ञ किया जाता था, वह संपुर्ण प्रदेश ब्राम्हणों के अधीन समझा जाता था| इसलिए, मूलनिवासी बहुजन रक्षक अर्थात सैनिक यज्ञों का विरोध करते थे| - प्रताप चाटसे आईपीएल नीलामी में ब्राह्मण अर्जुन तेंदुलकर को मुकेश अंबानी की मुंबई इंडियंस ने 20 लाख में खरीदा... 327 गेंदों पर रिकॉर्ड 1009 रण बनाने वाले बहुजन प्रणव धनावले को देख समझ आता है कि देश में हर विभाग में आरक्षण कितना जरूरी है - सुमेध वाहने सरस्वती ने सिर्फ ब्राह्मणों को ज्ञान दिया,,वह सिर्फ सवर्णों की देवी है। हमारी देवी सावित्रीबाई फुले! - सिद्धार्थ बागड़े भारत में RSS की जड़ें इतनी मजबूत है कि बहुजनों की लाखों संगठन इसे काट नहीं सकती! केवल बामसेफ से खतरा है अतः इनसे बचकर रहना चाहिए: मोहन भागवत पुलवामा के शहीद की बीबी सड़क पर सब्जी बेच रही है ...और पुलिस इनकाउंटर में मारे गये तिवारी की बीबी आफिसर बनाई गई है। - सिद्धार्थ बागड़े राम नाम सत्य है इस नारे से ब्राह्मणी धर्म का कोई सम्बंध नही है,यह शुद्ध बौद्ध परंपरा से जुड़ा हुआ है।अनित्यता सिद्धांत बतानेवाले बोधिसत्व राम की जातक कथा मृतक के परिवार को सुनाई जाती थी।राम नाम सत्य है का मतलब राम ने बताया अनित्यता सिद्धांत सत्य है। - एस. के. खांडेराव वास्तविक राम दशरथ जातक कथा का बोधिसत्व राम हैं| दशरथ जातक कथा प्राचीन कथा है| इसलिए, इस ऐतिहासिक कथा को और बोधिसत्व राम को बडे़ पैमाने पर सामने लाना जरूरी है| - बुद्धिस्ट इंटरनेशनल नेटवर्क Tags : war person India wish