प्राचीन मोरिय (मौर्य) TPSG Tuesday, August 6, 2019, 04:53 PM प्राचीन मोरिय(मौर्य) राजवंश के इतिहास लेखन में #भारतीय इतिहासकारो ने बड़े ही उल्झे लेखनी का प्रयोग किया है। यहाँ तक कि मोरिय(मौर्य) इतिहास लेखनी में इनकी मानसिकता बहुत #कलुषित रही है। #यूनानी लेखकों के #इतिहास लेखन से अब जाकर पता चला है,कि जब #एलेग्जेंडर ने भारत पर ईसा०पू० 326 में आक्रमण किया था। तब भारत में राजा पोरस के समकक्ष हिमालय के तराई क्षेत्र का राजा मोरिय(मौर्य) दक्षिण सिन्ध के शासक थे। पालि ग्रन्थ उत्तरीविहार की कथा के अनुसार उस समय 356 ईसा०पू० में चन्द्रगुप्त के पिता मोरिय राजा चन्द्र वर्द्धन का शासन था। मोरिय(मौर्य) शासक #यदुववंशी राजा पोरस के पुराने मित्र भी थे। एलेग्जेंडर के आक्रमण से भयभीत होकर पोरस राजा ने मोरिय(मौर्य) राजकुमार से सहयोग का आग्रह किया। जिसके परिणाम स्वरुप एलेग्जेंडर को पंजाब से वापस लौटने पर मजबूर होना पड़ा था। वो मोरिय(मौर्य) राजकुमार और कोई नहीं वल्कि सिंहपुत्र #चन्द्रगुप्त मौर्य ही थे। यहाँ तक की एलेग्जेंडर ने राजा मोरिय(मौर्य) के शहर पर सेना की चढ़ाई की परन्तु उनका राज्य पहाड़ो से सुरक्षित होने के वजह से एलेग्जेंडर ने उस क्षेत्र को छोड़ दिया था। (#Ancient Indian and it's invasion by Alexander the great Mecrindle) p. 108,109,256,257 etc. #पोरस का काल= 340- 321 ईसा०पू०। #मोरिय शासक= 356- 298 ईसा०पू०। #एलेग्जेंडर= 355-323 ईसा०पू०। - सिद्धार्थ वरदान सिंह Tags : depressive Indian dynasty Moriya ancient historiography