पाकिस्तान का बौद्ध स्तूप TPSG Monday, April 22, 2019, 08:57 PM पाकिस्तान का बौद्ध स्तूप यमुनानगर: पाकिस्तान के मंसूरपुर में बौद्ध स्तूप की देखभाल का जिम्मा जिले की दा बौद्धिस्ट फोरम ने उठाया हैं फोरम की प्रयास है कि इस स्तूप के माध्यम से दोनों देशों के रिश्तों में सुधार आए। फोरम के अध्यक्ष की माने तो पहले भी बौद्ध स्तूप दोनों देशों की तारों को जोडती रही है। बौद्धिस्ट साइट इसे आज भी जोडे है। इसी जुडाव को ताजा करने का प्रयास जिले की बौद्धिस्ट फोरम कर रहा है। फोरम के अध्यक्ष सिद्धार्थ गौरी ने बताया कि दोनों देशों के बीच शांति व्यवस्था बनी रह सके इसके लिए फोरम प्रयास कर रहा हैं फोरम से पहले यह कोशिश 2300 वर्ष पहले राजा अशोक ने भी की थी। तभी उनके समय में नालंदा से लेकर तक्षशिला और अफगानिस्तान व श्रीलंका, बंगला देश, नेपाल में अलग अलग स्थानों पर बौद्ध धर्म के स्थल निर्मित किए गए। इससे इन देशों के पर्यटक एक दूसरे के देश में जा सकेंगे। विदेशी पर्यटक भी इन देशों में आ सकेंगे। उन्होनें बताया कि संरक्षण देने के कार्य में दा बौद्धिस्ट फोरम के साथ पाकिस्तान के सांसद सैय्यद मुमताज आलम गिलानी तो कि भावलपुर के एमपी है। इसके साथ ही मानव अधिकार कार्यकर्ता है। इसके साथ ही कराची विश्वविद्यालय की पुरातव विभाग की डा. मस्तुल फातिमा बुखारी ने सहमति दे दी है। इसके साथ ही इस दिशा में काम के लिए इदी फाउंडेशन और मिया मीर वेलफेयर ट्रस्ट के साथ इस दिशा में काम करने के लिए बातचीत अंतिम दौर में है। - टीपीएसजी Tags : relationship Pakistan Mansoorpur Buddhist Stupa responsibility Yamuna Nagar