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मंजिल है दूर

Siddharth Bagde
tpsg2011@gmail.com
Sunday, April 14, 2019, 06:55 PM
Manzil

मंजिल है दूर

मंजिल है दूर फिर भी मंजिल नजर आती है
कभी सफलता कभी असफलता के मोड पर
कभी आशा कभी निराशा के मोड़ कर
पैर कभी रूके नही बढ़े चले जा रहे हैं
थक गये हैं चलते चले जा रहे हैं।
मंजिल है दूर फिर भी मंजिल नजर आती है
दृढ़ निश्चय और विश्वास है हमारे पास
हिम्मत और लगन है हमारे पास
मंजिल पाने का अंतिम है विश्वास
सफलता आगे बढ़ने की शक्ति देती है
असफलता आत्मविश्वास कम कर देती है।
पर इस असफलता से हम डरे नहीं
वर्ना कभी हम आगे बढ़ेगे नही
मंजिल है दूर फिर भी मंजिल नजर आती है
दुनिया जलती है सफलता देखकर सो जलने दें
दुनिया की करो न फिकर कदम आगे बढ़ने दें
तुम्हारा लक्ष्य एक हो मंजिल मिलेगी एक दिन
थक जायेंगे चलते चलते मुश्किल राह पर
मंजिल है दूर फिर भी मंजिल नजर आती है
- सिद्धार्थ बागड़े

 





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