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रोशनी के दुश्मन चोैकीदार नजर आते है

TPSG

Wednesday, May 1, 2019, 08:03 AM
Choukidar

हर जाति, हर धर्म के, ठेकेदार नजर आते है
मुल्क तेरी बर्बादी के आसार नजर आते है,
चोरों के संग पहरेदार नजर आते है
ये अंधेरा कैसे मिटे, तू ही बता ऐ आसमाँ,
रोशनी के दुश्मन चोैकीदार नजर आते है
हर गली में, हर सड़क पे, मौन पड़ी है जिंदगी,
हर जगह मरघट से हालात नजर आते है
सुनता है आज कौन द्रौपदी की चीख को,
हर जगह दुस्शासन सिपहसालार नजर आते है
सत्ता से समझौता करके बिक गयी है लेखनी,
खबरों को सिर्फ अब बाजार नजर आते है
सच का साथ देना भी बन गया है जुर्म अब,
सच्चे ही आज गुनाहगार नजर आते है
मुल्क की हिफाजत सौंपी है जिनके हाथों में,
वे ही हुकुमशाह आज गद्दार नजर आते है
खंड खंड मे खंडित भारत रो रहा है जोरों से,
हर जाति, हर धर्म के, ठेकेदार नजर आते है
पूजा आचार्य

 





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