एक आँगन में दो आँगन हो जाते हैं TPSG Wednesday, May 1, 2019, 05:08 PM एक आँगन में दो आँगन हो जाते हैं मत पूछा कर किस कारण हो जाते हैं। हुस्न की दौलत मत बाँटा कर लोगों में ऐसे वैसे लोग महाजन हो जाते हैं। खुशहाली में सब होते हैं ऊँची जात भूखे-नंगे लोग हरिजन हो जाते हैं। राम की बस्ती में जब दंगा होता है हिन्दू-मुस्लिम सब रावण हो जाते हैं। मुन्नवर राना Tags : patio courtyards two